CG BREAKING : थाना बांगो ASI नरेन्द्र सिंह परिहार मर्डर मिस्ट्री का हुआ खुलासा…पास के गांव का युवक ही निकला मृतक का हथियारा
कोरबा/बांगो :- कोरबा पुलिस ने बांगो थाना ASI मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण के निर्देशन पर पुलिस की टीम 10 मार्च से अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्र. 46/2023 धारा 302, 458 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना कर रही थी। जहां कई संदेहियों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही थी, पुलिस ASI की हत्या से जुड़े सभी सुरागों को बारीकी से खंगाल रही थी।
वही ASI के द्वारा जिन मामलों में विवेचना की गई थी उन्हें भी खंगाला जा रहा था। आखिरकार पुलिस को विवेचना के दौरान कुछ अहम सुराग हाथ लगे जहां पुलिस को करन गिरी पिता राजकुमार गिरी (25) साकिन ठीहाईपारा बावापारा कोनकोना के ऊपर संदेह हुआ जहां पुलिस सख्ती के आगे आरोपी ने घुटने टेक दिए और अपना जुर्म कबूल करने पर विधिवत गिरफ्तार कर आरोपी को न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय पेश किया गया।
ASI की हत्या ने पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया था, लिहाजा पुलिस इस मामले को पूरी गम्भीरता से लेकर आरोपी की तलाश कर रही थी,बता दे की थाना बांगों में पदस्थ मृतक ASI नरेन्द्र सिंह परिहार की हत्या विगत 09-10/03/2023 के दरम्यानी रात को पुलिस आवासीय परिसर के बैरक में हुई थी,जहां थाना प्रभारी बांगो द्वारा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकरियों को घटना के संबंध में सूचना दी गई, इसके बाद पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी, फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड, सायबर सेल के टीम घटना स्थल पर पहुंचे घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण ने आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
वही पुलिस महानिरीक्षक बी०एन० मीना बिलासपुर रेंज द्वारा घटना स्थल निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। प्रकरण में थाना बांगो में अपराध क्रमांक 46 / 2023 धारा 458. 302 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में जल्द से जल्द अज्ञात आरोपी को पकड़ने टीम गठित की गई। अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु एफएसएल टीम. डॉग स्क्वायड कोरबा एवम बिलासपुर की सयुंक्त सायबर टीम घटना स्थल का निरीक्षण कर अपने-अपने काम में लग गई। मामले में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु पुलिस टीम विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से अनुसंधान कर रही थी ।
सयुंक्त सायबर टीम मामले की बारीकी से जांच कर रही थी संयुक्त साइबर टीम द्वारा घटना का समय जो रात्रि 12 बजे से सुबह 06.30 बजे के बीच का होने से उस समय का तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था जिसमें विश्लेषण के आधार पर संदेही करण गिरी को अडेंटिफाई किया गया। संदेही करण गिरी को तलब कर पूछताछ किया गया जो पहले घटना करने से इंकार करता रहा फिर हिकमत अमली से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा घटना करना स्वीकार किया।
बताया कि मृतक ASI नरेन्द्र सिंह परिहार के द्वारा माह दिसम्बर में शराब प्रकरण में जेल भेज दिया था जो करीबन 15-20 दिन जेल में रहना बताया एवं दिनांक 08/03/2023 को होली त्योहार में मोहल्ला में डीजे बजाकर होली त्योहार मना रहे थे तब थाना से मृतक सउनि नरेन्द्र सिंह परिहार आकर रात्रि 09.30 बजे डीजे बंद कराकर डीजे थाना ले गया था तथा दूसरे दिन दिनांक 09/03/2023 को रात्रि 09. 30 बजे तक पुलिस वाले डी.जे बजाकर होली मना रहे थे। जिसमें परिहार साहब भी शामिल थे।
जिसे देखकर आक्रोशित होकर आज रात को मर्डर कर के रहूंगा कहकर पुलिस वालों का आना जाना बंद हो जाने के बाद सूनसान पाकर परिहार साहाब के कमरा के दरवाजा को खटखटाया जैसे ही परिहार साहब दरवाजा खोले तब मुझे ढंग से होली नहीं मनाने दिये और जेल भेज दिये कहकर आक्रोशित होकर मर्डर करने के लिये टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर परिहार साहब को मारकर वहां से भाग गया। घटना कारित करने के बाद नदी के पास झाड़ी में टंगिया को छिपा दिया था।
जिसे आरोपी के निशानदेही पर जप्त किया गया। घटना में प्रार्थी एवं गवाहों का कथन, निरीक्षण घटना स्थल, पीएम रिपोर्ट, जप्तशुदा टांगी, कपडा एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपी करन गिरी पिता राजकुमार गिरी उम्र 25 वर्ष साकिन ठिहाईपारा बावापारा कोनकोना थाना बांगो जिला कोरबा छ.ग. के द्वारा अपराध धारा सदर का घटित करना पाये जाने से विधिवत गिरफ्तार कर मामला अजमानतीय होने से आरोपी को न्यायिक रिमाण्ड पर माननीय न्यायालय पेश किया जाता है।
इस पूरे मामले को सुलझाने में कोरबा पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के मार्गदर्शन में कटघोरा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ईश्वर त्रिवेदी के नेतृत्व में जांच टीम में शामिल सायबर सेल प्रभारी सनत सोनवानी, बांगो थाना प्रभारी अभय सिंह बैस व कटघोरा थाना प्रभारी अश्वनी राठौर तथा एफएसएल टीम डॉग स्क्वायड कोरबा, फॉरेंसिक टीम व सायबर सेल की टीम का अहम योगदान रहा।