नेचर कैम्प घोटाला : घोटालेबाज एसडीओ संजय त्रिपाठी को किसका संरक्षण?? त्रिपाठी पर कब कार्यवाही करेगा शासन..
घोटालेबाज एसडीओ संजय त्रिपाठी को किसका संरक्षण?? त्रिपाठी पर कब कार्यवाही करेगा शासन..
मामला मरवाही के नेचर कैंप और साल्हेकोटा वन प्रबंधन समिति से जुड़ा हुआ है । नेचर कैंप गगनई में प्रबंधन समिति जामवंत माड़ा गगनई के नाम से फर्जी वन समिति गठित कर लाखों की राशि निकाल ली गई थी। 42 लाख के घोटाले की शिकायत वन प्रबंधन समिति साल्हेकोटा के अध्यक्ष द्वारा डीएफओ कार्यालय समेत पुलिस अधीक्षक से की गई थी। मामले में सीसीएफ व पीसीएसएफ के निर्देश पर रेंजर सहित वन रक्षक को निलंबित किया जा चुका है परंतु इस पूरे घोटाले के मुख्य आरोपी एसडीओ संजय त्रिपाठी पर आज पर्यंत कर कार्यवाही नही की गई है।
आखिर एक एसडीओ जो लाखो रुपए के भ्रष्टाचार का आरोपी है उसके बाद भी एसडीओ को निलंबित क्यू नही किया जा रहा है विश्वस्त सूत्रों की माने तो इसके पीछे की वजह संजय त्रिपाठी को राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण ही आज महीनो के बाद भी संजय त्रिपाठी को निलंबित नही किया गया है। इससे साफ प्रदर्शित होता है की नियम, कायदा , कानून केवल आम जनता के लिए है घोटालेबाजों के लिए कुछ नही है।
मरवाही डीएफओ ने घोटाले के आरोपी बीटगार्ड को पहले ही निलंबित कर दिया था। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर बिलासपुर सीसीएफ राजेश चंदेले द्वारा डिप्टी रेंजर, मरवाही के दो डिप्टी रेंजर को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा चुका है । इस मामले में मरवाही रेंजर को भी निलंबित किया जा चुका है। परंतु इस पूरे मामले में का सरगना तत्कालीन एसडीओ संजय त्रिपाठी पर आज तक कार्यवाही नही की गई है ।
इस मामले में इस घोटाले का सरगना फर्जी समिति का प्रभारी डीएफओ संजय त्रिपाठी पर राज्य शासन स्तर पर कार्रवाई की जानी थी । परंतु महीनो बीत जाने के बाद भी सदी के सबसे बड़े घोटालेबाज़ एसडीओ पर कार्यवाही का ना होना राज्य सरकार पर सवाल खड़े करता है??